Thought #3 - जिंदगी और किस्मत: प्रिय रिश्तों की दरारें और अकेलापन का सफर
February 20, 2021 | Mridun Gupta
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“कभी खुशी, कभी गम। ना जुदा होंगे हम।” वाले रिश्तों को जुदा करने वाली चीज़ है जिंदगी। दो पक्के दोस्तों में दरार डालने वाली चीज़ है जिंदगी। मनुष्य से उसके अपने को छीनने वाली चीज़ है किस्मत। इंसान को अकेला करने वाली चीज़ है किस्मत। जिंदगी और किस्मत वो चीज़ हैं, जो मनुष्य को अपने से जुदा कर प्रिय लोगों के पास ले जाकर रुलाती हैं।
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